कुरबानी की नियत | कुरबानी की दुआ
जानवार को ज़बह करने से पहले यह दुआ पढ़े:
इन्नी वज्जहतु वजहिय लिल्लज़ी फ़तरस्समावाति वल्अरज़ा हनीफ़ंव व मा अना मिनल्मुशरिकीन, इन्ना सलाती व नुसुकी व महयाया व ममाती लिल्लाहि रब्बिल अ़ालमीन, ला शरीक लहु व बिज़ालिक उमिरतु व अना मिनल्मुस्लिमीन, अल्लाहुम्म मिन्क व लक, बिस्मिल्लाहि अल्लाहु अकबर
पढ़कर ज़बह करे।
क़ुर्बानी अगर अपनी तरफ़ से है, तो ज़बह करने के बाद यह पढ़े…
अल्लाहुम्म तक़ब्बल मिन्नी कमा तक़ब्बल्त मिन् ख़लीलिक इब्राहीम अ़लैहिस्सलाम व हबीबिक मुहम्मदिन सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम
और अगर दुसरी की जानिब से ज़बह किया जाए, तो ‘मिन्नी’ की जगह ‘मिन फलां’ कहा जाए
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