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सलातुत तस्‍बीह SALATUL TASBEEH की तस्‍बीह / सलातुत तस्‍बीह की नमाज़ का तरीक़ा (SALATUL TASBEEH KI NAMAZ KA TARIKA)

 सलातुत तस्‍बीह SALATUL TASBEEH की तस्‍बीह

सुब्‍हानअल्‍लाहे वलहम्‍दोलिल्‍लाहे वलाइलाहाइल्‍लल्‍लाहो वल्‍लाहोअकबर
سُبْحَانَ اللّٰہِ، وَالْحَمْدُ لِلّٰہِ، وَلَا إِلٰہَ إِلاَّ اللّٰہُ، وَاللّٰہُ أَکْبَرُ

SubhanAllah Walhamdu-Lillah Wala-Ilaha Illallah Wallahu-Akbar

सलातुत तस्‍बीह SALATUL TASBEEH की नीयत

सबसे पहले Salatul Tasbeeh की नियत करें (चार रकअत एक सलाम से)

Niyat in Hindi:नीयत की मैंने 4 रकअत Salatul Tasbeeh, वास्‍ते अल्‍लाह तआला के, मुंह मेरा काबा शरीफ़ की तरफ़।

Niyat in Urdu:نیت کی میں نے چار رکعت صلوٰۃ التسبیح کی، واسطے اللہ تعالیٰ کے منھ میرا کعبہ شریف کی طرف۔

Niyat in Arabic:نَوَايْتُ اَنْ اُصَلِّىَ لِلَّهِ تَعَالَى ارْبَعَ رَكَعَاتِ صَلَوةِ التَّسْبِيْحِ سُنَّةُ رَسُوْلِ اللَّهِ تَعَالَى مُتَوَجِّهًا اِلَى جِهَةِ الْكَعْبَةِ الشَّرِيْفَةِ اَللَّهُ اَكْبَرُ

सलातुत तस्‍बीह की नमाज़ का तरीक़ा (SALATUL TASBEEH KI NAMAZ KA TARIKA)

1. नियत के बाद सना (सुब्‍हानाकल्‍लाहुम्‍मा…) और फिर तस्‍बीह 15 मरतबा पढ़ें।

फिर आउजोबिल्‍लाहे मिनश्‍शैतानिर्रजिम बिस्मिल्‍लाहीर्रहमानिर्रहिम
सूरे फ़ातिहा (अल्‍हम्‍दोलिल्‍लाहे रब्बिल आलमीन….)
सूरे मिलाइये (कुरआन की कम से कम तीन आयतें या कोई सूरे)

2. सूरे मिलाने के बाद तस्‍बीह 10 मरतबा फिर

3. रुकूअ् में तस्‍बीह 10 मरतबा (सुब्‍हानरब्बिलअज़ीम के बाद) पढ़ें। फिर

4. (रुकूअ् से खड़े होकर) क़याम में तस्‍बीह 10 मरतबा (समिअल्‍लाहोलेमनहमेदा रब्‍बनालकलहम्‍द के बाद) पढ़ें। फिर

5. सज्‍दे में तस्‍बीह 10 मरतबा (सुब्‍हान रब्बिल आला के बाद) पढ़ें। फिर

6. (सज्‍दे के दर‍मियान) जल्‍सा में तस्‍बीह 10 मरतबा पढ़ें। फिर

7. दूसरे सज्‍दे में तस्‍बीह 10 मरतबा (सुब्‍हान रब्बिल आला के बाद) पढ़ें।

इस तरह पहली रकअत में तस्‍बीह 75 मरतबा पढ़ें और अगली रकअत के लिए खड़े हो जाएं।

दूसरी रकअ्त में भी इसी तरह तस्‍बीह 75 मरतबा पढ़ें। यानी
पहला – खड़े होते ही तस्‍बीह 15 बार
दूसरा – सूरे मिलाने के बाद तस्‍बीह 10 बार
तीसरा – रुकूअ् में तस्‍बीह 10 बार
चौथा – क़याम में तस्‍बीह 10 बार
पांचवा – सजदे में तस्‍बीह 10 बार
छठवा – जलसा में तस्‍बीह 10 बार
सातवां – दूसरे सजदे में तस्‍बीह 10 बार।

दूसरी रकात में कअ्दा में बैठकर अत्‍तहियात पढ़ें और फिर तीसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं। इसी तरह

तीसरी रकअ्त में तस्‍बीह 75 मरतबा और

चौथी रकअ्त में तस्‍बीह 75 मरतबा पढ़ें।

आखिर में चौथी रकात में कअदा में बैठकर अत्‍तहियात, दरूद इब्राहिम और दुआ पढ़कर नमाज़ मुकम्‍मल करें।

इस तरह चार रकअत में 75+75+75+75= कुल 300 मरतबा तस्‍बीह पढ़ी जाएगी।
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