Wafaon Ka Mushkil Kusha | Mohsin Jaffri Brothers | 2024 | New Qasida Mola Abbas As
◉ Wafaon Ka Mushkil Kusha Lyrics In Hindi| Mohsin Jaffri Brothers | 2024 | New Qasida Mola Abbas As Roman Lyrics
Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai
Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai
Jisko Zahra ne Dedi Dua Hai HAshmi Ghar Ka Wo Rehnuma Hai
Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai
Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai
Jisko Maana Zameen Asman Ne Naam Uska Rakha Fatima Ne
Han Wo Ghazi Mera Shahenshah Hai Jis Pe Raazi Hoa Khud Khuda Hai
Jiske Qadmo mein Jhukti Wafa Hai Ja Nasheeno Mein Sab Se Juda Hai
HAshmi Ghar Ko Wo Rehnuma Hai
Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai
Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai
Inke Sadqe Mein Sari Khudayi Khaliq E Kibriya Ne Banayi
Deen Pe Jaan Jiski Fida Hai Bawafa Bawafa Bawafa Hai
Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai
Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai
Zafar Jo Mang Lo Wo Mile Ga Alam ka Sadqa har Gul Khele Ga
Baat Koi Karo Na Adhoori KArtay Hain Mola har Aas Puri
Ye To mohsin Ke Dil Ki Dua Hai Har Taraf Gonjti Ye Sada Hai
HAshmi Ghar KA Wo Rehmuna Hai
Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai
Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai
Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai
Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai Wo Wafaon KA Mushkil Kusha Hai
वफ़ाओं का मुश्किल कुशा | मोहसिन जाफ़री ब्रदर्स | 2024 | नये क़ासिदा मोला अब्बास अस
◉ रोमन गीत
वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है
वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है
जिसको ज़हरा ने दी दुआ है हाशमी घर का वो रहनुमा है
वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है
वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है
जिसको माना ज़मीन आसमान ने नाम उसका रखा फातिमा ने
हां वो गाजी मेरा शहंशाह है जिस पर राजी होआ खुद खुदा है
जिसके क़दमों में झुकती वफ़ा है जा नशीनों में सब से जुदा है
हाशमी घर को वो रहनुमा है
वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है
वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है
इनके सदक़े में सारी ख़ुदाई ख़लीक़ ए किबरिया ने बनाई
दीन पे जां जिसकी फिदा है बवफा बवफा बवफा है
वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है
वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है
जफर जो मांग लो वो मिले गा आलम का सदका हर गुल खेले गा
बात कोई करो ना अधूरा काम करता है मोला हर आस पूरी
ये तो मोहसिन के दिल की दुआ है हर तरफ़ गूँजती ये सदा है
हाशमी घर का वो रहमुना है
वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है
वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है
वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है
वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है वो वफ़ाओं का मुश्किल कुशा है
जिसको ज़हरा ने दी दुआ है हाशमी घर का वो रहनुमा है
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